जुर्मदक्षिण दिल्लीदिल्ली

ओनर पर हथौड़े से वार, लूटे 16 लाख आरोपी गिरफ्तार।।

Ex एम्प्लॉई ने दोस्तो के साथ मिल रची साजिश दो सगे भाइयों सहित 03 लूटेरों को दबोचा

 

अनुभव गुप्ता, नई दिल्ली।

साउथ दिल्ली के हौज़ खास थाना इलाके में शॉप ओनर पर हमला कर 16 लाख से ज्यादा की लूट के मामले का खुलासा करते हुए, पुलिस ने दो सगे भाइयों सहित 03 लूटेरों को गिरफ्तार करने में कमायाबी पाई है। जिनकी पहचान, रवि गुड़िया, आकाश गुड़िया और गगनदीप सिंह के रूप में हुई है। ये दिल्ली के महरौली और गौतम नगर इलाके के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने लूट की रकम से 08 लाख 30 हजार रुपये भी बरामद किया है।

डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि 22 जनवरी को एम्स ट्रॉमा सेंटर से गौतम नगर के रहने वाले एक शख्स की पिटाई की वजह से घायल होने की सूचना मिली थी। सूचना पर पुलिस टीम हॉस्पिटल पहुँची, जहाँ घायल शख्स ने बताया कि रात को अपनी दुकान में सो रहा था। देर रात 02:45 बजे वो दुकान के बाहर स्थित वॉशरूम जाने के लिए उठा। वॉशरूम से लौटने के बाद वो दुकान के अंदर आया और शटर लॉक करके सो गया। तभी अचानक दो लड़के उनके सिर पर हथौड़े और पिस्टल की बट से हमला करने लगे और लगातार उसे मारते रहे। जिसके बाद दोनों बदमाशों ने उनसे शॉप के लॉकर की चाभी के बारे में पूछा और 16 लाख 25 हजार रुपये लॉकर से लूट कर फरार हो गए।

 

इस मामले में पीड़ित के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसके लिए एसीपी हौज़ खास , हरीश चंदर की देखरेख के एसएचओ शिव दर्शन शर्मा के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रोहित, भरत लाल, एसआई प्रिंस, दीपेंद्र, सलमान, हेड कॉन्स्टेबल अमित, अशोक, त्रिलोक, सतिंदर, राकेश, कॉन्स्टेबल पंकज और विकास की टीम का गठन किया गया था। जाँच के दौरान, पुलिस टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया, क्राइम टीम और डॉग स्क्वाड को भी मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने वहाँ से सबूतों को इकट्ठा किया। इलाके के सीसीटीवी फूटेजों को भी प्राप्त कर उनका विश्लेषण किया गया और टेक्निकल सहायता भी ली गयी। जिसमें पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देते समय ग्लब्स पहन रखा था, इसलिए मौके से कोई भी फिंगरप्रिंट बरामद नहीं हुआ। आखिरकार, लगातार प्रयासों के बाद पुलिस टीम को सीसीटीवी कैमरे की एक फुटेज में चार आरोपी नजर आए। जिनकी तस्वीरों के तकनीकी उपकरण की सहायता से डेवलप कर पुलिस नेटवर्क में सर्कुलेट किया गया।

जिससे पुलिस दो आरोपियों जितेंद उर्फ समर और रवि की पहचान करने में कामयाब हुई। बाद में उनके साथ मौजूद दो अन्य आरोपियों, आकाश और गगनदीप की भी पहचान हुई। आगे की जांच में पुलिस आरोपियों के भागने के रूट का पता करने में जुट गई, जिससे उन्हें आरोपियों के घटनाक्रम से पैदल आईआईटी फ्लाईओवर तक और फिर वहां से ऑटो में सवार हो कर फरार होने का पता चला। जिसके बाद पुलिस ने 500 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की जांच की और एक राज्य से दूसरे राज्य तक पीछा करते हुए दिल्ली से मोदीनगर और फिर बागपत तक पहुँची। जहां उन्होंने आरोपी आकाश को दबोच लिया और उसके पास से 03 लाख 08 हजार कैश बरामद किया। उसकी निशानदेही पर पुलिस रवि और गगनदीप तक भी पहुँचने में कामयाब हुई और दोनो से क्रमशः 33 हजार और 03 लाख 90 हजार 400 रुपये कैश बरामद किया। जबकि मुख्य आरोपी जितेंद उर्फ समर मौके से भागने में कामयाब रहा। हालांकि भागने के दौरान 99 हजार 500 कैश वाला बैग गिर गया। जिसे उसके साथियों ने लूट की रकम बताया।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जितेंद उर्फ समर पीड़ित की दुकान में काम किया करता था, जिसे कुछ महीनों पहले दुकान के मालिक ने काम से निकाल दिया था। जिसके बाद वो वास के ही स्टेशनरी की शॉप में काम करने लगा था, और उससे बदला लेने की योजना बना रहा था। चूंकि उसे दुकान के मालिक का सारा रूटीन पता था, इसलिए उसने दुकान में लूट की योजना बनाई। इसमें उसने गौतम नगर में ही चाय की दुकान चलाने वाले रवि और आकाश के साथ गगनदीप को इसमें शामिल किया। आकाश पर काफी कर्ज था, इसलिए वो अपने भाई रवि के साथ इस प्लान में शामिल हो गया, जबकि गगनदीप ने पैसों की लालच में उनके साथ हो गया।

आरोपी आकाश और गगनदीप ने इसके लिए हथोड़े और टॉय गन की व्यवस्था की और उसे जितेंद उर्फ समर और रवि को दिया और फिर दोनो ने दुकान के बाहर निगरानी भी की, जबकि रवि और जितेंद ने मिल कर लूट को अंजाम दिया और फिर सभी मौके से फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, और आगे की जांच और बाकी रकम की बरामदगी के साथ फरार हुए मास्टरमाईंड जितेंद उर्फ समर की तलाश में लग गयी है।

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