अनुभव गुप्ता, नई दिल्ली।
कोर्ट से बेल लेकर फिर सजा से बचने के लिए अपना पता बार-बार बदलकर पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार चल रहे और कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित एक आरोपी को आखिरकार जेल बेल सेल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसका पिछले साल से बाबा हरिदास नगर थाना की पुलिस टीम पता लगा रही थी।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान दिल्ली के त्रिनगर स्थित जोरबाग के रहने वाले पवन के रूप में हुई है। डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि इसे करीब 4 साल पहले 2019 में बाबा हरिदास नगर थाना की पुलिस टीम ने एक्साइज एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। बाद में बेल मिलने पर यह फरार हो गया था और लगातार पुलिस से बचने उनकी आंखों में धूल झोंक रहा था।
बावजूद भी जब यह पकड़ा नहीं गया तो 30 अप्रैल 2022 को द्वारका कोर्ट ने इसे भगोड़ा भी घोषित कर दिया था। इसे गिरफ्तार करने के लिए एसीपी ऑपरेशन रामअवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर रघुवीर सिंह, सब इंस्पेक्टर कुलदीप, सहायक सब इंस्पेक्टर सुरेंदर, राजेश, हेड कांस्टेबल मुकुल, कॉन्स्टेबल कुलवंत, जितेंद्र और कॉन्स्टेबल रोहित की टीम को लगाया गया। यह टीम लगातार कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित आरोपियों का पता लगा करके उसे फिर से गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे पहुंचाने में लगी रहती है। इस टीम ने इस भगोड़े के बारे में पता करना शुरू किया और लोकल इनफॉर्मर को एक्टिव किया।
इसी छानबीन में कॉन्स्टेबल कुलवंत को पता चल गया कि द्वारका कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित आरोपी रामपुरा एरिया में छुपकर रहा है। वह एसडीम ऑफिस रामपुरा में किसी काम से आने वाला है। उसी सूचना पर पुलिस टीम ने वहां पर ट्रैप लगाया और फिर इसे धर दबोचा। फिर इसकी पहचान हुई, पूछताछ में पता चला कि बेल के बाद नजर से ओझल हो करके अपना पता लगातार बदल करके अपने आप को पुलिस की नजर से फरार चल रहा था।