गड्डिबाज गैंग के सिंडिकेट का खुलासा..02 ठग गिरफ्तार, 8 मोबाइल और नोटों की नकली गड्डी बरामद।
1 दर्जन मामलों का खुलासा।
बाहरी जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने गड्डीबाज गैंग के सिंडिकेट का खुलासा करते हुए 2 ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है, जो भोले-भाले लोगों को नोटों की नकली गड्डी दिखा कर उनसे कीमती सामानों की ठगी कर फरार हो जाते थे।
डीसीपी समीर शर्मा के अनुसार, इस मामले में गिरफ्तार ठगों की पहचान सुल्तानपुरी के रामू और रघुबीर नगर के गोलू के रूप में हुई है। इनके पास से 8 मोबाइल और 01 नोट की नकली गड्डी बरामद की गई है। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दर्जन भर मामलों का खुलासा किया है।
डीसीपी ने बताया कि बाहरी जिले में गड्डिबाजों द्वारा ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए, एसीपी ऑपरेशन की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंसेक्टर अजमेर सिंह के नेतृत्व में एसआई दीपेंद्र सिंह, एएसआई जसवंत, हेड कॉन्स्टेबल राकेश कुमार और कॉन्स्टेबल अमित कुमार की टीम का गठन कर इनकी पकड़ के लिए लगाया गया था।
जांच में जुटी पुलिस टीम ने सीसीटीवी फूटेजों को खंगाल कर संदिग्धों के बारे में जानकारियों को विकसित कर सूत्रों को सक्रिय किया। जिनसे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने दोनो आरोपियो को दबोच लिया। पुलिस ने उनके पास से एक नक़ली गड्डी और 08 मोबाइल बरामद किया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो शिकार की तलाश कर उनके आसपास खड़े हो कर चुराए गए नोटों की गड्डी के एवज में आपस मे कुछ सामान के बदले उसे देने का सौदा करते थे। जिसे पहले से तय योजना के अनुसार दूसरे द्वारा असमर्थता जाहिर करते हुए माना कर दिया जाता था, और फिर इसके लिए पास में खड़े शिकार को झाँसे में लेकर कर उसके मोबाइल, ज्यूलरी या फिर अन्य कीमतीं सामान के बदले नकली गड्डी दे कर फरार हो जाते थे।
उन्होंने बताया कि ठगे गए सामानों को वो सुल्तानपुरी की एक महिला बापिया और एक शख्स चोटी को बेच देते थे। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ राज पार्क थाने में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। और आगे की कार्रवाई में जुट कर रिसीवर बापिया और चोटी को गिरफ्तार कर पूरे सिंडिकेट का पर्दाफाश करने में लग गयी गई।