गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को गुजरात पुलिस अहमदाबाद के साबरमती जेल से लेकर दिल्ली आई। यहां देर रात दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया। लॉरेंस बिश्नोई को तिहाड़ जेल की बजाय मंडोली जेल में ले जाया गया है। क्योंकि तिहाड़ जेल के अंदर 18 दिन में हुए दो गैंगस्टर की हत्या के बाद सुरक्षा को लेकर कई बदलाव किए गए हैं और यहां पर लारेंस बिशनोई को रखना खतरे से खाली नहीं है।
लॉरेंस बिश्नोई एक खतरनाक गैंगस्टर है जिसका नाम पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसेवाला की हत्या के बाद सामने आया था। सिद्दू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपी बिश्नोई को पंजाब पुलिस ने पिछले साल गिरफ्तार किया था। इसके अलावा बिश्नोई ने एक्टर सलमान खान को भी जान से मारने की धमकी दी थी। पिछले कई महीने से वह जेल की हवा खा रहा है और वहीं से अपने गिरोह को भी चला रहा है। उसके गिरोह के कई सदस्य विदेशों में भी हैं और वह वहीं से काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि cross-border ड्रग स्मगलिंग केस में गुजरात की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड लेकर गई थी। अप्रैल महीने में कोर्ट ने लॉरेंस बिश्नोई को 14 दिन की हिरासत में भेजा था। गौर करने वाली बात है कि विश्नोई एनआईए और पंजाब पुलिस की कस्टडी में भी रह चुका है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग राजधानी दिल्ली के अलावा हरियाणा राजस्थान पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी सक्रिय है। यह गैंग और इनके सदस्यों के द्वारा कई जघन्य घटनाओं को अब तक अंजाम दिया जा चुका है।
जेल सूत्रों के अनुसार लारेंस को मंडोली जेल की हाई सिक्योरिटी वार्ड की 15 नंबर सेल में रखा गया है। तिहाड़ जेल में इसलिए नहीं रखा गया, क्योंकि हाल में टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद गैंगवार की संभावना बढ़ गई है। इसीलिए तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने लॉरेंस बिश्नोई की सुरक्षा को देखते ही यह फैसला लिया है। तिहाड़ जेल के प्रवक्ता ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि लारेंस को हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया है। हालांकि उसे तिहाड़ जेल में रखा गया है या मंडोली जेल में इस बात का उन्होंने आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी।
कल बुधवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लारेंस जितेंद्र गोगी गैंग के एक भगोड़ा गैंगस्टर को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार आरोपी पिछले 3 साल से फरार चल रहा था। वह अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया था और उसके बाद फरार हो गया था। उस पर हत्या की कोशिश सहित अलग अलग 16 मामले चल रहे थे।