अनुभव गुप्ता, नई दिल्ली
नई चोरी की गई लग्जरी गाडिय़ों के इंजन और चेसिस नंबर से छेड़छाड़ कर फर्जी आरसी के जरिए उन्हें बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर क्राइम ब्रांच ने डिलिवर करने वाले उपेंदर (45) और चोरी की गाड़ी खरीदने वाले कुलप्रीत सिंह उर्फ मन्नी (36) को गिरफ्तार किया है। इनसे पांच गाडिय़ां, फोन, एक फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) और दो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट्स बरामद किए हैं। इससे पहले कुलप्रीत को 2014 में गुडग़ांव पुलिस और फिर 2020 में फरीदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
स्पेशल सीपी रविंद्र यादव के मुताबिक एसीपी राकेश कुमार की अगुवाई में टीम को सूचना मिली कि गाड़ी चोरी करने वाला गैंग डीलिंग के सिलसिले में पूर्वी दिल्ली एरिया में आने वाला हैं। खबर पुख्ता कर टीम ने बताए हुए स्थान पर ट्रैप लगाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। तफ्तीश के दौरान कुलप्रीत से बलेनो तो उपेंदर से एक फॉर्च्युनर बरामद हुई। दोनों के नंबर, इंजन और चेसिस नंबर चेंज किए हुए थे। गाड़ी चोर पप्पू उर्फ लियाकत अली मौके से फरार हो गया। इनकी निशानदेही पर तीन और कारें बरामद हुईं।
जांच में मालूम हुआ है कि दिल्ली-एनसीआर से लग्जरी गाडिय़ां चुराकर लियाकत कुलप्रीत को डिलिवरी करता था। उपेंद्रर के जरिए कुलप्रीत की लियाकत से मुलाकात हुई थी। कुलप्रीत सिंह ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया हुआ है। वह एक वर्कशॉप में मैकेनिक था जबकि चोरी की गाडिय़ों को काटने के बाद उनके पुर्जों को ओपन मार्केट में मोटे दामों पर बेच देता था। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।