तिहाड़ जेल में मोबाईल पर एक्शन, ढ़ाई महीने में 348 मोबाईल बरामद
तिहाड़, मंडोली, रोहिणी जेल में ढ़ाई महीने से रेड में मिले मोबाईल
अनुभव गुप्ता, नई दिल्ली।
एशिया की सबसे सुरक्षित तिहाड़ जेल के अलावा रोहिणी और मंडोली के जेलों में पहले से मिल रही लगातार मोबाईल मिलने की शिकायत पर कारवाई करने के लिए जेलों में ताबड़तोड़ रेड किया गया। जिसमें ढाई महीने में 348 मोबाईल मिले। वहीं कल एक दिन में 18 मोबॉइल बरामद किया गया।
यह जानकारी आज देते हुए तिहाड़ जेल के डीजी संजय बेनिवाल ने हेडक्वार्टर में इसके सम्बंध में पूरी जानकारी देते हुए बताया की अब व्यापक लेवल पर एक्शन किया जा रहा है। और हरेक जेल में सुप्रीटेंडेंट लेवल पर कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए इंटेलिजेंस की टीम बनाई गई है और उसी आधार पर कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है, की दिसम्बर महीने में एक ही रात को विजिलेंस टीम के द्वारा की गई छापेमारी में बरामद किए गए आठ मोबाइल और आठ चाकू के मामले के बाद चलाये गए दिल्ली के अलग अलग जेलों में सर्च ऑपरेशन में पिछले 15 दिनों में 117 मोबाईल बरामद किए गए थे।
वहीं मंडोली जेल में 18 दिसम्बर की रात की गई छापेमारी में मोबाईल और हेंड मेड चाकू की बरामदगी के बाद जिन पांच जेल अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई थी। उनमें डिप्टी सुपरिटेंडेंट प्रदीप शर्मा, धर्मेंद्र मोर्या, असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट सनी चंद्रा, हेड वार्डर लोकेश धामा और वार्डर हंसराज मीणा शामिल हैं। इन सभी पांचों को निलंबित किया गया था।
तिहाड़ जेल के डायरेक्टर जनरल संजय बेनीवाल ने दिल्ली के सभी जेलों के सुपरिटेंडेंट को उसी समय से निर्देश दिया की अपने जेल के अंदर सर्च अभियान चलाकर जेल के अंदर से मोबाइल और प्रतिबंधित सामानों की बरामदगी करें। इसी का परिणाम यह रहा कि मंडोली जेल की कार्रवाई के बाद 15 दिनों में 117 मोबाइल दिल्ली के तिहाड़, रोहिणी और मंडोली जेल से बरामद होना बड़ी बरामदगी है।
तिहाड़ जेल के डीजी के अनुसार तिहाड़ जेल प्रशासन किसी भी तरह की कोई कोताही नही बरतना चाह रहा है। गौरतलब है, की दिल्ली के अलग-अलग जेलों में बंद बड़े-बड़े गैंगस्टर अक्सर जेल से मोबाइल के जरिए कॉल करके बिजनेसमैन और दूसरे लोगों को टारगेट करके उन्हें कॉल करके एक्सटॉर्शन की डिमांड करते रहते हैं। सूचना मिलने पर जेलों में वहां की सुरक्षाकर्मी छापा मारकर इक्का दुक्का मोबाइल भी बरामद करते रहते थे। लेकिन अब वयापक लेवल पर जेल की विजिलेंस टीम और अलग अलग जेलों के सुप्रीटेंडेंट लगातार कार्रवाई में जुट गए हैं, जिससे लगातार मोबाइल और हैंडमेड चाकू के अलावा प्रतिबंधित समान व्यापक लेवल पर बरामद किए जाने लगे।
जेल से फोन कॉल के बारे में सूचना मिलते ही लगातार कार्रवाई की जा रही थी। स्पेसिफिक इंफॉर्मेशन मिलने के बाद तमिलनाडु स्पेशल पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की स्पेशल विजिलेंस टीम बनाकर रात में उन जगहों पर रेड किया जा रहा है जहां के बारे में विजलेंस टीम को सूचना मिलती है।