अनुभव गुप्ता, नई दिल्ली।
छावला गैंगरेप और मर्डर के सनसनीखेज मामले को 11 साल पूरे हो गए। इस मामले में बरी हुए आरोपियों को खिलाफ आवाज बुलंद करने और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बीती रात द्वारका के निर्भया चौक पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हुए।
द्वारका सेक्टर 19 के अक्षरधाम अपार्टमेंट के बाहर बने निर्भया चौक से कारगिल चौक तक सैकड़ों की संख्या में लोग कैंडल जलाकर मार्च निकाला। पीड़िता को इंसाफ दिलवाने के लिए आवाज बुलंद करने के लिए सड़क पर उतरे हुए लोगों का कहना था, इस तरह की घटनाएं और ज्यादा बढ़ती जा रही हैं। देश की बेटियां सुरक्षित नहीं है, सरकार को इसपर गम्भीरता से सोचना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट बड़ी होने के बाद तीन में से एक विनोद ने ऑटो ड्राइवर की हत्या कर दी। यदि वह जेल में होता तो ऑटो ड्राइवर जिंदा होता और उसका परिवार भूखमरी के कगार पर नही आता।
इस कैंडल मार्च में निर्भया की माँ आशा देवी भी शामिल हुई थी और उन्होंने भी छावला पीड़िता की न्याय के लिए अपनी आवाज बुलंद की। इस मार्च की अगुवाई कर रहे उत्तराखंड समिति के उमेश काला ने कहा की जब तक न्याय नही मिल जाता, यह आंदोलन चलता रहेगा और निर्भया के दोषियों की तरह छावला पीड़िता के आरोपियों को सजा दिलाकर रहेगा।