अनुभव गुप्ता, नई दिल्ली।
द्वारका नार्थ थाना इलाके में रहने वाली चार साल की बच्ची की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खेल खेल में गले में फंदा लगने से हुई मौत की थ्योरी को बदल दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बताया गया की उसके साथ सेक्सुअल असॉल्ट ( यौन उत्पीड़न ) हुआ है। इस खुलासे के बाद पुलिस ने बच्ची से रेप, पॉक्सो एक्ट और मर्डर का केस दर्ज कर लिया है। अब इस मामले में पुलिस नए सिरे से जांच कर मामले का खुलासा करने में लगी हुई है। बच्ची के परिजनों से पूछताछ करके पता लगाया जा रहा है।
द्वारका नार्थ थाने के इस मामले में पुलिस को अब शक है, की इस बच्ची को किसी ने मारने के बाद उसे हादसे का रूप देने के लिए खेल खेल में खुदकुशी में बदलने की कोशिश की थी।
द्वारका डिस्ट्रिक्ट के एक पुलिस ऑफिसर ने बताया 4 मार्च को तारक हॉस्पिटल से इस मामले की सूचना मिली थी। बताया गया था की बच्ची को उसके चाचा ने मृत हालत में लाया था। उसके गले पर चोट के निशान मिले थे। पुलिस हॉस्पिटल पहुँची, वहां बच्ची के परिजन मिले। इन्होंने बताया बच्ची परिवार के साथ सेक्टर 16 द्वारका में रहती थी। बच्ची ने खेलते खेलते अपने गले में पर्दे की रस्सी से फंदा लगा लिया, जिस कारण उसकी मौत हुई। उस वक़्त पीड़ित परिजन ने किसी पर शक जाहिर नहीं किया था। इसके बाद पुलिस ने बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए डीडीयू मोर्चरी भेज दिया।
पुलिस बच्ची के घर पहुँची, यहाँ बच्ची की माँ मिली, जिसने मकान की पहली मंजिल पर बने कमरे में पलंग के ऊपर दीवार में एक कील से लटकी कॉटन की रस्सी की तरफ इशारा करते हुए बताया इसी रस्सी से उनकी बेटी लटकी मिली थी। यहाँ मौके पर क्राइम और एफएसएल रोहिणी की टीम को भी बुलाकर स्पॉट का निरीक्षण कराया गया। जांच टीम ने मामले से जुड़े साक्ष्य जुटाए।
सोमवार को डीडीयू हॉस्पिटल में वीडियोग्राफी के बीच बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया गया। उसके बाद डॉक्टर ने पुलिस को बताया इस बच्ची के साथ सेक्सुअल असाॅल्ट हुआ है। गले पर लिगेचर मार्क का निशान पाया गया है। यानी बच्ची का गला किसी रस्सी या उस जैसी चीज से कसा गया है। घटनास्थल के हालात, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर की राय और परिस्थिति को देखते हुए पुलिस ने बच्ची की मौत को लेकर द्वारका नार्थ थाने में आईपीसी की धारा 302, 376 और 4 पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
अब पुलिस बच्ची के साथ गलत काम करने और उसकी हत्या करने वाले आरोपी का पता लगाने में लग गई है। शुरुआती जांच के दायरे में बच्ची के परिवार से ही जुड़ें लोग हैं, उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्दी इस मामले में खुलासा हो जाएगा और आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।