5 घन्टे की मेहनत ने मिलवाया 4 साल की बच्ची को मां से
नबीकरीम से खेलते हुए थी गुम, पहुंच गई सदरबाजार..

नई दिल्ली : सदर बाजार थाना की टीम जब इलाके में पेट्रोलिंग कर रही थी, तो उसी दौरान सिंघारा चौक, ईदगाह रोड पर देखा की 4 साल की एक बच्ची अकेली थी और वह लगातार रो रही थी। एएसआई देवेंद्र ने रुककर उससे पूछना चाहा, तो वह ज्यादा कुछ बता नही पा रही थी। उन्होंने इसकी सूचना एसएचओ कन्हैया लाल यादव को दी। वो लेडी कांस्टेबल आकांक्षा के साथ पहुंचे। उन्होंने रो रही बच्ची को बहला फुसलाकर चुप कराया। महिला कांस्टेबल उससे दोस्ती कर उसको कांफिडेंस में लेकर उसको खाने-पीने की चीजें दी।
इधर पुलिस टीम ने उस बच्ची के परिजनों का पता लगाने के लिए जिला पुलिस कंट्रोल रूम पर बच्ची के मिलने की सूचना दे दिया। बाजार और आसपास के इलाकों में अनाउंसमेंट करवाया गया। आसपास के थाना नबी करीम, पहाड़गंज, कमला मार्केट, लाहौरी गेट आदि में कॉल कर लापता बच्ची की जानकारी दी। साथ ही उस बच्ची की फोटो भी शेयर किया। आरडब्ल्यूए और एमडब्ल्यूए के सोशल मीडिया ग्रुप में भी इसकी जानकारी दी गई।
लगातार 5 घन्टे के प्रयास के बाद अंतत: शाम साढ़े 4:30 बजे नबी करीम थाना के ड्यूटी ऑफिसर ने सदरबाजार पुलिस को संपर्क किया की एक महिला जो नबी करीम की है, वह उस बच्ची को जानती गए, क्योंकि वह उसकी रिश्तेदार बता रही है। कुछ देर बाद वह बच्ची की मां के साथ सदर बाजार थाना पहुंची। जांच और पुष्टि के बाद 4 साल की बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया।
बच्ची की माँ ने पुलिस को बताया की उसका पति विकलांग और बेरोजगार है। वह घर चलाने के लिए काम करती है। वह काम पर चली गई थी। बच्ची बाहर खेल रही थी और कुछ देर बाद वह गुम हो गई। जब काफी देर तक नही लौटी तो उसके रिश्तेदारों ने उसे पास के इलाके में ढूंढ़ने की कोशिश की। चूंकि वे हाल ही में दिल्ली आए थे और शहर के बारे में ज्यादा नहीं जानते। अंत में उसकी रिश्तेदार जब नबी करीम थाना पहुंचकर बच्ची के लापता होने की सूचना दी। तो वहां के ड्यूटी ऑफिसर ने तुरंत एक लड़की की तस्वीर दिखाई, जिसे महिला ने पहचान लिया।
ये भी पढ़े: दिल्ली मेट्रो ने तैनात किए 15 फ्लाइंग स्क्वाड, कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन