
द्वारका इलाके में पीक ऑवर में लगातार जाम की समस्या सामने आ रही है। इससे जहां एक तरफ स्कूल आने-जाने वाले बच्चों को परेशानी हो रही है। तो वहीं दूसरी तरफ इमरजेंसी सर्विस से जुडी गाड़ियों और पैदल राहगीरों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
द्वारका के लोगों की इसी समस्या को लेकर ऑल द्वारका रेजिडेंट फेडरेशन की टीम के सदस्यों ने द्वारका सर्किल के इंचार्ज इंस्पेक्टर राजवीर सिंह राणा से मीटिंग कर ट्रैफिक से जुड़ी समस्याओं के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाया। और उसके समाधान की माँग भी की।
इस मीटिंग में ADRF की तरफ से जेबी कौशिक के नेतृत्व में अरुण कौशिक, अमन भंडारी और मनमोहन गुप्ता ने द्वारका सर्किल के इंचार्ज के सामने सेक्टर 22 और 23 के बच्चों को स्कूल जाने आने के दौरान होने वाली समस्याओं को बताया। उससे निपटने के लिए उनकी सहायता की माँग की। इसको लेकर मीटिंग में मौजूद द्वारका सेक्टर 23 स्थित आईएफसीआई अपार्टमेंट के प्रेसिडेंट बीएस नेगी और रेजिडेंट ओंकार सिंह द्वारा समस्या को कम करने के लिए वैकल्पिक मार्ग के बारे में जानकारी दी गई।
इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण और आवश्यक मुद्दों को भी एडीआरएफ द्वारा उनके समक्ष रखा गया। जिनमें पीक आवर्स (ड्रॉप और पिकअप) पर यात्रियों को स्कूलों के पास दोनों तरफ जाम सड़कों और गलियों के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे ट्रैफिक ग्रिडलॉक हो रहा है। इस कारण राहगीरों के साथ बच्चों के पैरेंट्स को भी काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूल परिसर के अंदर पार्क किए जाने के बजाय सार्वजनिक सड़क पर प्राईवेट स्कूल वैन पार्क किए जाने से भी लोगों को परेशानी हो रही है। भीड़भाड़ वाली जगहों में भीड़ को मैनेज कर एंट्री और एग्जिट पॉइंट पर फोकस किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। जिनमें आयुष्मान हॉस्पिटल, मणिपाल, वेंकटेश्वरा, आकाश और महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल, पैसिफिक मॉल, वर्धमान मॉल, वेगास, सोल सिटी, सिटी सेंटर और पिनाकल मॉल, सेक्टर 6, 10, 4, 5, 11, 12, रामफल चौक आदि शामिल हैं।
इसके अलावा मुख्य इंटरसेक्शन और द्वारका चौक पॉइंट जैसे सेक्टर 1/पालम फ्लाईओवर, सेक्टर 21, द्वारका मोड़, डाबड़ी आदि के एंट्री/एग्जिट पर ट्रैफिक कर्मियों की मौजूदगी को भी सुनिश्चित किये जाने पर जोर दिया गया। जिससे भीड़ को मैनेज किया जा सके। नो पार्किंग जोन में पार्क गाड़ियों पर भी नजरे बनाये रखे जाने की जरूरत बताई गई। तेज और खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाने वालों को लेकर भी सतर्कता की जरूरत बताया।
सुबह और शाम पीक आवर्स के दौरान से. 21मेट्रो स्टेशन टी प्वाइंट से अंडरपास तक यूईआर रोड पर निर्माण स्थल पर अड़चन, ग्रिडलॉक और ट्रैफिक जाम को कंस्ट्रक्शन एजेंसियों की सहायता से मैनेज करने को लेकर सुझाव दिए गए। खराब ट्रैफिक लाइट्स को ठीक किये जाने और नियमित निगरानी पर भी जोर दिया गया।
फेडरेशन के महासचिव रोबिन शर्मा ने बताया कि मीटिंग में सर्किल इंचार्ज राजवीर राणा ने यातायात के मुद्दों और संभावित समाधानों को अच्छी तरह से सुना और समझा। उन्होंने उपरोक्त बिंदुओं को लेकर समय पर समाधान का आश्वासन भी दिया।