UP Chunav के इस मौसम में भी कांग्रेस को भगवा से परहेज
योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी (bjp) का विरोध करते-करते कांग्रेस पार्टी (congress) अब देश के सनातन प्रतीकों के विरोध पर भी उतर आई है और इससे यूपी के आगामी चुनाव (UP Assembly Election 2022) में होने वाले खामियाजे पर भी गौर नहीं कर रही है

वाराणसी. योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी (bjp) का विरोध करते-करते कांग्रेस पार्टी (congress) अब देश के सनातन प्रतीकों के विरोध पर भी उतर आई है और इससे यूपी के आगामी चुनाव (UP Assembly Election 2022) में होने वाले खामियाजे पर भी गौर नहीं कर रही है.
ऐसा ही कुछ आजकल बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी (Varansi) में देखने को मिल रहा है. दरअसल यहां काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को एकरुपता देने के उद्देश्य से जब कांग्रेस कार्यालय को हल्के भगवा रंग में रंगा गया तो कांग्रेस इसे भगवाकरण बताकर भगवा रंग के विरोध में आ गई है. मैदागिन स्थित कांग्रेस कार्यालय को भगवा रंग में रंगने को कांग्रेस की तरफ से डीएम वाराणसी को एक पत्र लिखा गया है जिसमें चेतावनी दी गई है कि इसे फिर से मूल रंग में रंग दिया जाए, वरना कांग्रेस कानूनी कार्रवाई करेगी.
कांग्रेस कार्यालय का रंग बदले जाने को लेकर शहर जिला अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि जब हम लोग सुबह कार्यालय पहुंचे तो देखा कार्यालय का रंग बदल दिया गया है. इसके बाद हमने जिला प्रशासन को पत्र सौंपकर इसे वापस मूल रंग में रंगने के लिए 36 घंटे का समय दिया है. उन्होंने आगे कहा कि रंग बदलने से महंगाई बेरोजगारी और अपराध पर लगाम नहीं लग पाएगी. धर्म की आड़ में बीजेपी अपने मूल दायित्व से भटक रही है.
कांग्रेस कार्यालय हमारा घर है. बिना हमें विश्वास में लिए, बिना किसी सूचना के इसका रंग कैसे बदल दिया गया. पहले हमारे कार्यालय का रंग तिरंगा था. तिरंगे को हटाकर हल्का भगवा रंग और गुलाबी जैसा रंग लगाया गया. क्या यह तिरंगे से बढ़कर है. उन्होंने कहा कि इस मामले में 36 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. इस सीमा के गुजरने तक रंग नहीं बदला गया तो कांग्रेस पार्टी एफआईआर दर्ज कराएगी और आगे की कानूनी कार्यवाही करने के साथ ही प्रदर्शन भी करेगी.