100 करोड़ की ठगी में BSF का पूर्व रसोइया गिरफ्तार, यूं पकड़ा गया 59 मामलों का आरोपी
Crime News: पैसा कमाने के लिए मेहनत और सही रणनीति बनानी बेहद जरूरी होता है. जल्द अमीर बनने के लिए गलत काम करने वाले जरूर जेल जाते हैं. ऐसा ही वाकया सामने आया इस आरोपी मारवाड़ी के साथ जो अच्छी खासी नौकरी छोड़कर अपराध की दुनिया में आ गया.

Crime Branch arrested most wanted: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने राजस्थान में 100 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी (Fraud) में शामिल आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिसिया रिकॉर्ड के मुताबिक ये आदतन अपराधी 46 मामलों में वांटेड था. हालांकि वैसे तो इस चीटर यानी जालसाज पर धोखाधड़ी के कुल 59 मामले बताए जा रहे हैं. पुलिस की गिरफ्त में आए इस शातिर आरोपी का नाम ओमाराम उर्फ राम मारवाड़ी है, जो जोधपुर का रहने वाला है. रोहिणी इलाके में पुलिस को सूत्रों से ये खबर मिली थी कि आरोपी आने वाला है. जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
ज्यादा पैसा कमाने के लिए छोड़ी नौकरी
आरोपी सिर्फ 12वीं क्लास तक पढ़ा लिखा है. वो साल 2004 से 2006 के बीच बीएसएफ (BSF) में रसोईये के पद पर काम कर चुका है. लेकिन जल्द से जल्द अमीर बनने के लिए उसने बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी थी. इसके बाद आरोपी ने जयपुर राजस्थान में एक सुरक्षा एजेंसी खोली थी. करीब 60 लोगों की नौकरी लगवाने के बाद उसने एजेंसी किसी और को बेचने के बाद खुद की मार्केटिंग कंसलटेंसी कंपनी बनाकर नया काम शुरु किया.
वो लगातार धोखाधड़ी करता चला गया और एक के बाद एक कंपनियों को बंद करके नई-नई कंपनियां खोलता रहा. आरोपी ने MIM नाम से एक मार्केटिंग फर्म शुरू की थी जिसमें 4000 रुपये देने के बदले में 500 वाला सफारी सूट देकर बाद में ज्यादा कमीशन देने का दावा किया जाता था. फ्राड के इस धंधे में शामिल होने वाले मेंबर को 10 नए सदस्य बनाने पड़ते थे. जिसमें गारंटीड रिटर्न देने का दावा किया जाता था. इस तरह उसने 12 महीने तक हजारों सदस्य बना लिए और करीब 100 करोड़ की धोखाधड़ी करके फरार हो गया था.