महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार की असली परीक्षा आज है, क्योंकि नई सरकार को बहुमत साबित करना है. वहीं, दूसरी ओर ज्ञानवापी केस में आज वाराणसी की जिला अदालत में सुनवाई होगी.
महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार की असली परीक्षा आज है, क्योंकि नई सरकार को बहुमत साबित करना है. वहीं, दूसरी ओर ज्ञानवापी केस में आज वाराणसी की जिला अदालत में सुनवाई होगी.

Maharashtra : महाराष्ट्र की राजनीति का घमासान अभी भी जारी है और अब तक विधानसभा (Maharashtra Assembly) के बाहर हो रहा घमासान अब विधानसभा में हो रहा है. रविवार को बीजेपी के राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष बन गए तो अब असली चुनौती आज है. या यू कहें शिंदे सरकार की वैधता की परीक्षा है, क्योंकि आज शिंदे सरकार को बहुमत साबित करना है. बीजेपी को उम्मीद है कि आसानी से बहुमत साबित हो जाएगा. बता दें कि 30 जून को शिंदे सरकार बनी थी और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
स्पीकर चुने जाने के 10 घंटे की अंदर ही राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) ने फ्लोर टेस्ट से पहले देर रात उद्धव ठाकरे गुट (Uddhav Thackeray Group) को बड़ा झटका दिया और शिवसेना विधायक दल के नेता और चीफ व्हिप पद पर अजय चौधरी और सुनील प्रभु की नियुक्ति रद्द कर दी. सदन में अब शिवसेना विधायक दल के नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और चीफ व्हिप भरत गोगावले होंगे. स्पीकर के इस फैसले पर शिवसेना (Shiv Sena) ने आपत्ति जताई है. सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के इस निर्णय के खिलाफ शिवसेना कोर्ट जाएगी.
वहीं दूसरी तरफ, ज्ञानवापी केस (Gyanvapi Case) में आज वाराणसी की जिला अदालत में मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई होगी. ज्ञानवापी का मुकदमा कोर्ट में चलने योग्य है या नहीं, इसपर सुनवाई होगी. काशी धर्म संसद में सावन में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने की मांग उठी है. इसके अलावा जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि सोशल मीडिया के जरिए देश में माहौल बिगाड़ने के लिए 5 संगठन एक्टिव हैं.