माता को मूर्ति विसर्जन में, माँ के सामने डूब गए 2 बच्चे बड़ा भाई ने छोटे भाई और दूसरे को बचाया, खुद डूब गया
दिल्ली के वजीराबाद इलाके के साथ यमुना नदी में माता की मूर्ति विसर्जन करने गए 4 बच्चे अचानक डूब गए। जिनमें से 2 तो बच गए, लेकिन बाकी दो डूबे हुए बच्चों का 21 घंटे के बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया है। देर रात से मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम भी तलाशी अभियान चला रही है।
फायर कंट्रोल रूम के अनुसार 8:40 में रात में कॉल मिली थी। जिसके बाद मौके पर शास्त्री पार्क फायर स्टेशन से गाड़ी भेजी गई। सब ऑफिसर मुनेश चंद के साथ फायर कर्मियों की टीम पहुंची। डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर सुमेश कुमार दुबे ने बताया कि लगातार यमुना नदी के किनारे जहां पर यह हादसा हुआ है, फायर ब्रिगेड की टीम वहां पर मौजूद है और हर संभव प्रयास कर रही है। दूसरी एजेंसी के साथ मिलकर डूबे हुए बच्चों को पता लगाने में जुटी हुई है।
जिन दो बच्चों की तलाश की जा रही है, उनकी पहचान 13 साल के कार्तिक और 14 साल के राहुल के रूप में हुई है।
दोनों एक ही गली के रहने वाले हैं। मौके से मिली जानकारी के अनुसार कार्तिक ने अपने छोटे भाई हर शंकर और एक और दूसरे लड़के को पेड़ की टहनी के सहारे बचाने में कामयाब रहा। लेकिन खुद बच नहीं पाया और पानी में डूब गया। दुखद बात यह है कि जब कार्तिक और राहुल डूब रहा था, तो उनकी मां भी वहीं पर मौजूद थी और अपने सामने जिगर के टुकड़े को बचा नहीं पाई।
कार्तिक के पिता अंजनी कुमार मिश्रा ने बताया कि 21 दिनों के बाद गली के बच्चों और महिलाएं माता की मूर्ति का विसर्जन करने के लिए कल दिन में यहां पर आए थे। उसी दौरान अचानक हादसा हुआ है। वह ड्यूटी पर थे, उन्हें बाद में सूचना मिली तब यहां पर पहुंचे हैं। कोई बड़ा व्यक्ति नहीं था, जो इनका ध्यान कर सकता था। बच्चों और महिलाओं ने मिलकर माता की मूर्ति स्थापित की थी गली में। जब 21 दिन पूरा हो गया तो उसके बाद कल दिन में विसर्जन करने यमुना नदी किनारे आए थे।