पुलिसकर्मी बनकर फिल्मी स्टाईल में दिन दहाड़े अपहरण, पुलिस ने एक-एक कर 3 को दबोचा
राजधानी दिल्ली के जैतपुर थाना इलाके में फिल्मी स्टाइल में एक 19 साल के लड़के का अपहरण उस समय कर लिया गया, पुलिस ने एक-एक कर 3 दबोचा

राजधानी दिल्ली के जैतपुर थाना इलाके में फिल्मी स्टाइल में एक 19 साल के लड़के का अपहरण कर लिया गया, जब वह किसी काम से बाहर निकला तो तीन लोग उसके पास पहुंचे, पुलिस का आईकार्ड दिखाकर कहा कि उसके खिलाफ शिकायत मिली है। उससे पूछताछ के लिए जनकपुरी थाना लेकर जाना है। बाइक पर ही उसे बीच मे बिठा लिया, लेकिन थाने ले जाने के बजाय उसे एक पुल पर ले गए और फिर वहां से कॉल करके दो लाख की फिरौती मांगी। 18 फरवरी को हुई इस सनसनीखेज मामले का खुलासा जैतपुर पुलिस ने कर लिया है।
इस मामले में तीन अपहरणकर्ताओं को दबोचने में कामयाबी पाई है। डीसीपी ईशा पांडे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान साजिद उर्फ फौजी उर्फ फिरोज, वकील उर्फ वसीम और तैयबर के रूप में हुई है। इनकी गिरफ्तारी के साथ इनके कब्जे से फिरौती की रकम 1,94,000 रुपए बरामद कर लिया है। साथ ही अपहरण के दौरान इस्तेमाल किए गए दो मोटरसाइकिलें और फर्जी पुलिस पहचान पत्र को भी जप्त कर लिया गया है
पुलिस के अनुसार 18 फरवरी को थाना जैतपुर में एक 19 साल के लड़के के अपहरण और फिरौती की मांग को लेकर सूचना आई थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शिकायत करने वाली महिला अप्सा बेगम से मिली। जिसमें उसने बताया कि उसके भतीजे का कुछ अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया है। उन्होंने फिरौती के रूप में दो लाख रुपये की मांग की और पुलिस को इन्फॉर्मेशन न देने की धमकी दी है। जैतपुर में एफआईआर दर्ज कर अपहृत लड़के की तलाश शुरू की गई।
एसीपी बदरपुर अजय कुमार की देखरेख में एसएचओ उगेश कुमार, एसआई विजय, संजीव, सत्यप्रीत की टीम अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया। साथ ही टेक्निकल सर्विलांस की भी मदद ली। इसी दौरान पीड़ित युवक ने अपनी मौसी को दोबारा फोन किया और दो लाख रुपये की फिरौती के साथ लोहिया पुल पर जल्दी आने को कहा। उसे फिरौती की रकम के साथ ऑटो से लोहिया पुल के पास भेज दिया गया।
इधर अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने लोहिया पुल के पास ट्रेप लगाया। कुछ समय बाद पीड़ित युवक को लेकर एक अपहरणकर्ता लोहिया पुल पर आ गया। पीड़िता की मौसी ने पीड़ित को मांगे गए पैसे का बैग सौंप दिया। इसी बीच अलर्ट पुलिस टीम ने एक अपहरणकर्ता को मौके पर दबोच लिया। जबकि मौके से कुछ दूरी पर मोटरसाइकिल पर सवार दो अन्य अपहरणकर्ता पुलिस टीम को देखकर फरार हो गए। पूछताछ करने पर उसकी पहचान साजिद उर्फ फिरोज उर्फ फौजी के रूप में हुई, जो लोनी का रहने वाला निकला।
डीसीपी ने बताया की उससे पूछताछ के दौरान उसकी निशानदेही पर उसके दो साथियों वकील उर्फ वसीम और तैय्ब्बर के रूप में हुई। ये दोनों शक्ति विहार, दयालपुर और लोनी, उत्तर प्रदेश के रहने वाले निकले। उनकी गिरफ्तारी के साथ उनके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल की गई दो मोटरसाइकिलें, फर्जी पुलिस आईडी कार्ड और 1,94,000 रुपये बरामद किया गया। अपहृत लड़के को उसके परिवार को सौंप दिया गया।
आगे की पूछताछ करने पर सभी अपहरणकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने पीड़ित का अपहरण करने की योजना बनाई थी। जब पीड़ित नमाज के बाद बाहर आया तो वे उसके घर से सौरभ विहार की मस्जिद तक गए। तीनों आरोपियों ने उसे रोका और फर्जी पुलिस आईडी कार्ड दिखाकर अपना परिचय पुलिस अधिकारी बताया। उन्होंने उससे कहा कि उन्हें उसके खिलाफ शिकायत मिली है। अब उसे उनके साथ थाने जनकपुरी आना होगा। उसके बाद वे उसे जबरदस्ती अपनी मोटरसाइकिल पर ले गए और लोहिया पुल के पास पहुंच गए और उसे फिरौती के लिए अपनी मां को बुलाने को कह दिया।
एक आरोपी साजिद उर्फ फिरोज 8वीं तक पढ़ा है। वह नशे का आदी है और वह बढ़ई का काम करता था। पहले वह डकैती, आर्म्स और चोरी के 3 मामलों में शामिल रहा है।
दूसरा आरोपी वकील उर्फ वसीम 7वीं तक पढ़ा है। वह कैब ड्राइवर का काम करता था। तीसरा आरोपी तैयब्बर अली अनपढ़ है। वह दर्जी का काम करता था।