कार्ड क्लोनिंग गैंग का किंगपिन गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच पुलिस ने पकड़ा।
क्राइम ब्रांच नॉर्थरन रेंज 2 की टीम ने हाईटेक ठगों के एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो कैश निकालने एटीम पहुंचे बुजुर्ग-अनपढ़ लोगों को अपना शिकार बनाते थे
क्राइम ब्रांच नॉर्थरन रेंज 2 की टीम ने हाईटेक ठगों के एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो कैश निकालने एटीम पहुंचे बुजुर्ग-अनपढ़ लोगों को अपना शिकार बनाते थे, और उनके कार्ड को बदल या क्लोन कर उनके पैसों को उड़ा देते थे। इस मामले में गिरफ्तार किंगपिन की पहचान कुलदीप के रूप में हुई है। ये हरियाणा के हिसार का रहने वाला है। इस मामले में क्राइम ब्रांच पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों धरमबीर उर्फ धापी और सुनील को गिरफ्तार कर लिया था।
डीसीपी विचित्र वीर के अनुसार, जनकपुरी थाने में दी गयी शिकायत में एक बुजुर्ग ने बताया कि वो इस गिरोह का शिकार उस वक़्त बन गए, जब वो एटीम पर नकद की निकासी के लिए पहुंचे थे। जहां पहुंच कर गिरोह के सदस्यों ने उनका ध्यान भटका कर उनका कार्ड बदल/क्लोन कर लिया और फिर उनके एकाउन्ट इसे 02 लाख 53 हजार रुपये निकाल लिए। बाद में इस मामले को क्राइम ब्रांच पुलिस को जांच में लगाया गया।
क्राइम ब्रांच की पुलिस जांच में जुट कर, इस गिरोह के बारे में पता लगाने में लग गयी। पुलिस टीम इन मामलों से जुड़े सीसीटीवी फूटेजों की जांच कर इसमें शामिल आरोपियों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी। जिसमे पुलिस को पता चला कि वे गिरोह अनपढ़ और बुजुर्ग लोगों को अपना शिकार बनाते थे।
ये गिरोज उन एटीएम पर फोकस करता था, जहाँ गार्ड नहीं होते थे। शिकार की तलाश पूरी होने पर ये एक के बाद एक कार एटीएम में उसे घेर लेते थे, और फिर उसे उलझा कर उसका कार्ड बदल या फिर कार्ड क्लोनिंग मशीन पर स्वाईप कर क्लोन कर लेते थे, और बाद में कैश निकासी कर आपस मे बाँट लेते थे।
इस मामले में एसीपी नरेंद्र सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर दीपक पांडेय के नेतृत्व में एसआई सतेंदर, हेड कॉन्स्टेबल अशोक और प्रदीप की टीम का गठन कर उनकी पकड़ के लिए लगाया गया था।
पुलिस टीम ने सीसीटीवी फूटेजों की जांच कर सूत्रों को सक्रिय किया। जिनसे मिली जानकारियों को विकसित कर हरियाणा के हिसार और सुल्तानपुरी में ट्रैप लगा कर आरोपी धरमवीर उर्फ धापी और सुनील को दबोच लिया।
पुछताछ में पुलिस को पता चला कि ये, उन बुजुर्ग और अनपढ़ लोगों को अपना शिकार बनाते थे, जिन्हें कार्ड इस्तेमाल करने के दौरान असुविधा होती थी। ये ज्यादातर रिमोट एरिया के लोगों को अपना निशाना बनाते थे।
आरोपियों ने बताया कि कुलदीप इस गिरोह का मास्टरमाईंड और मुखिया है। जिस पर पुलिस ने उसके घर और संभावित ठिकानों पर छापेमारियाँ की, लेकिन उस तक पहुंच नहीं पाई। इस दौरान दिल्ली और आसपास के राज्यों में भी ऐसे अपराधियों के रिकॉर्ड की जांच की गई।
आखिरकार इंटर ओपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (ICJC) से पुलिस को कुलदीप के बारे इनपुट प्राप्त हुआ। जिसमें उन्हें पता चला कि आरोपी कुलदीप हिमाचल प्रदेश के सदर कुल्लू और बलह थाने में दर्ज ऐसे ही मामलों में हिमाचल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 05 दिनों के रिमांड पर ले लिया है, और आगे की पूछताछ में जुट गई है। इस पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश में चीटिंग, बर्गलरी, फोर्जरी सहित 09 आपराधिक मामले दर्ज हैं।