म्यूजिक इंडस्ट्री को दिखाई थी एक नई दिशा, संगीत पर धड़का था आशा भोसले का दिल
मशहूर संगीतकार आरडी बर्मन (Rahul Dev Burman) की आज 28वी डेथ एनिवर्सरी है। गौरतलब हैं कि म्यूजिशियन ने जनवरी 4, 1994 को मुंबई में अपनी आखिरी सांसे ली थी। अपने मेलोडियस आवाज और बेहतरीन संगीत के कारण वो आज भी लोगों के दिल पर राज करते हैं।

मशहूर संगीतकार आरडी बर्मन (Rahul Dev Burman) की आज 28वी डेथ एनिवर्सरी है। गौरतलब हैं कि म्यूजिशियन ने जनवरी 4, 1994 को मुंबई में अपनी आखिरी सांसे ली थी। अपने मेलोडियस आवाज और बेहतरीन संगीत के कारण वो आज भी लोगों के दिल पर राज करते हैं। आपको बता दें कि आरडी बर्मन साहब को पंचम दा के नाम से भी जाना जाता हैं। जितनी उम्दा इनकी गायकी रही हैं, उतनी ही दिलचस्प इनकी जीवन की कहानी भी रही हैं। आज इनकी पुण्य तिथि पर पूरी दुनिया में पंचम दा को याद किया जा रहा है।
संगीतकार राहुल देव बर्मन यानी आरडी बर्मन 300 से ज्यादा फिल्मों में अपने संगीत का जादू बिखेरा था, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अपने पिता के असिस्टेंट के तौर पर की थी। अपने अनोखे संगीत से पंचम दा ने पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना लिया था। 60 से लेकर 80 के दशक तक म्यूजिक इंडस्ट्री पर आरडी बर्मन का राज था। उनके म्यूजिक की दीवानगी लोगों के बीच आज भी देखने को मिलती हैं।
अपने जीवन काल में आरडी बर्मन ने कई इंटरनेशनल आर्टिस्ट के साथ भी काम किया था और शायद यही कारण था कि उनके संगीत में एक ग्लोबल टच भी महसूस होता हैं।ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि पंचम दा ने भारतीय संगीत को एक नई दिशा प्रदान की। आज के तमाम म्यूजिक डायरेक्टर्स उन्हें अपनी प्रेरणा मानते हैं। उनके कुछ बेहतरीन गानें हैं:’क्या हुआ तेरा वादा’, ‘ओ मेरे दिल के चैन’, सागर जैसी आंखों वाली इत्यादि।