
द्वारका के रुक्मिणी द्वारकाधीश इस्कॉन मंदिर में बच्चों द्वारा 108 श्लोक के गान की प्रस्तुति और भक्तगणों के 700 श्लोको आहूति के साथ सम्पन्न हुआ महायज्ञ। द्वारका के रुक्मिणी द्वारकाधीश इस्कॉन मंदिर में श्रीमद् भागवद्गीता जयंती के अवसर पर आज भव्य कार्यक्रम और महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों द्वारा 108 श्लोक के गायन की प्रस्तुति की गई। इसके साथ ही भक्तगणों द्वारा 700 श्लोकों को पढ़ा गया और 700 श्लोकों का आहुति दी गई।
रवी लोचन दास इस्कॉन मंदिर द्वारका
इस्कॉन टेम्पल के वरिष्ठ सेवादार ने बताया की आज से 5000 हजार साल पहले भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिया था और मद्भागवत गीता की शुरुआत हो गई थी। गीता के पढ़ने काफी फ़ायदे हैं, जो जिंदगी में, समाज मे बहुत ही जरूरी है। आज के दिन द्वारका इस्कॉन में ग्रैंड आयोजन किया गया। कई दिन पहले से इसकी तैयारी जोर-शोर से की जा रही थी। आज श्रद्धालुओं ने भी बढ़-चढ़कर इस महायज्ञ में भाग लिया।
इस्कॉन के सेवादार ने बताया की सभी को गीता ज़रूर पढ़ना चाहिए और अपने दोस्तों को भेंट के रूप में गीता ज़रूर देना चाहिए। क्योंकि गीता मतलब भगवान का गीत है और हर इंसान भगवान की गीत सुनकर ज़रूर आनंदमय होता है।