
बाहरी दिल्ली के मुंडका थाना इलाके में जिस तरह से बीती रात बेखौफ बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करके दो लोगों की हत्या कर दी और तीसरे को गंभीर हालत में हॉस्पिटल पहुंचा दिया। इससे बक्करवाला के लोग काफी डरे और सहमे हुए हैं। क्योंकि जिस तरीके से हत्या हुई है, उससे यहां के लोगों में डर का माहौल बन गया है। आखिर क्या वजह थी, की इस तरीके से सरेआम फायरिंग की गई।
इस मामले में डीसीपी आउटर समीर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रात तीन अलग-अलग पीसीआर कॉल पुलिस को मिली थी। पहली पीसीआर कॉल में सोनिया हॉस्पिटल से जानकारी मिली कि मंगल नाम के एक शख्स को यहां लाया गया था। जिनकी मौत हो चुकी है, उन्हें गोली लगी है। वह जेजे कॉलोनी बक्करवाला के रहने वाले थे।
दूसरी पीसीआर कॉल सहगल हॉस्पिटल मीरा बाग, पश्चिम विहार से आई थी। जिसमें पुलिस को जानकारी दी गई कि जोगिंदर नाम के एक शख्स को हॉस्पिटल में लाया गया है। जिनकी मौत हो चुकी है, उन्हें गोली मारी गई है।
तीसरी कॉल बक्करवाला से आई जिसमें बताया गया कि मोहनलाल जिनकी उम्र 62 साल है उन्हें गोली मारी गई है। वह घायल हालत में हॉस्पिटल में भर्ती हैं। अलग-अलग पीसीआर कॉल पर अलग-अलग जांच अधिकारी को भेजा गया और मामले की छानबीन शुरू की गई। पता चला कि तीनों ही मामला एक ही जगह बक्करवाला का है। जिसमें 2 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीसरा घायल है।
डीसीपी के अनुसार मृतकों की पहचान जोगिंदर और मंगल के रूप में हुई। जोगिंदर की उम्र 40 से 45 के बीच है। जबकि मंगल की 60 साल के आसपास बताई जा रही है। इनके ऊपर पहले से तीन मामले नांगलोई थाने में चल रहे हैं। पुलिस के अनुसार इनकी पत्नी पूजा भी मुंडका थाने के दो मामलों में शामिल है। जबकि दूसरे मृतक मंगल का टेंट का काम था।
वहीं घायल मोहनलाल जिनका इलाज सोनिया हॉस्पिटल में चल रहा था उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। वह रिक्शा चलाने का काम करते हैं।
पुलिस के अनुसार मौके पर रोहिणी से एफएसएल की टीम पहुँची और कुछ सबूत इकट्ठा किए हैं। वहां से छह गोली के खाली खोखे और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। एक हेलमेट भी एंट्री प्वाइंट पर मिला है।
सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला है कि 25 से 28 साल के दो युवक वहां आए थे, लगभग 9:05 पर और 2 मिनट के अंदर ही वह वापस भागते हुए नजर आए हैं। पुलिस ने बताया दोनों युवक में से एक ने काले रंग की केप से अपने चेहरे को छुपाने कोशिश कर रखी थी। दूसरा कपड़े से अपने सिर को ढक रखा था।
डीसीपी ने बताया कि घायल मोहनलाल से जब पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया कि वह मृतक जोगिंदर का पड़ोसी है। वह मंगल के साथ जोगिंदर के पास बैठे हुए थे। करीब 9:00 बजे रात के आसपास दो लड़के वहां पहुंचे और उन्होंने सतीश के घर के बारे में पूछा। सतीश की पहले मौत हो चुकी है और सतीश का बेटा जोगिंद्र है, जिसे गोली मारी गई थी। जैसे ही जोगिंदर ने उन लड़कों को बताया कि सतीश उनके पिता थे उसके बाद उन लड़कों ने बिना कुछ पूछे गोलियां चलानी शुरू कर दी।
इस मामले में पुलिस ने 302/ 307/ 34 आईपीसी के अलावा आर्म्स एक्ट और 120 बी सेक्शन के तहत मामला दर्ज किया है। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी या किसी के पकड़े जाने की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।