जुर्म
Amravati Murder: उमेश कोल्हे की हत्या थी बड़ी साजिश, धर्म के आधार पर शत्रुता फैलाने चाहता था एक समूह
अमरावती की वारदात राजस्थान के उदयपुर में इसी तर्ज पर की गई कन्हैयालाल की हत्या से करीब एक हफ्ते पहले हुई थी। दोनों हत्याओं की जांच एनआईए कर रही है।

महाराष्ट्र के अमरावती में हुई केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या बड़ी साजिश थी और इसका मकसद देश के एक तबके में दहशत फैलाना था। एनआईए ने अपनी एफआईआर में यह बात कही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी को शक है कि वारदात का राष्ट्रीय के साथ ही अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन हो सकता है।
अमरावती की वारदात राजस्थान के उदयपुर में इसी तर्ज पर की गई कन्हैयालाल की हत्या से करीब एक हफ्ते पहले हुई थी। दोनों हत्याओं की जांच एनआईए कर रही है। एनआईए का कहना है कि केमिस्ट कोल्हे की हत्या की साजिश लोगों के एक समूह ने मिलकर रची। उनका इरादा देश के एक तबके के लोगों में आतंक फैलाना था। हमलावर लोगों के बीच धर्म के आधार पर शत्रुता फैलाना चाहते थे। एनआईए का मानना है कि यह बड़ी साजिश थी।
नई एफआईआर दर्ज की
केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या को लेकर एनआईए ने 2 जुलाई को गैरकानूनी गतिविधियां (निवारक) अधिनियम 1967 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 16, 18 और 20 के तहत मामला फिर से दर्ज किया। एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि महाराष्ट्र के अमरावती के सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन को 21 जून को कोल्हे की निर्मम हत्या की सूचना मिली और 22 जून को मृतक के बेटे संकेत उमेश कोल्हे की शिकायत पर तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अमरावती के घनश्याम नगर इलाके के रहने वाले कोल्हे की रात करीब 10 बजे उस वक्त हत्या की गई थी, जब वे दुकान से अपने घर लौट रहे थे।
जांच मे सामने आए तथ्यों के अनुसार, आईपीसी की धारा 153 (ए), 153 (बी) और 120 (बी) और यूए (पी) अधिनियम की धारा 16, 18 और 20 और राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम 2008 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1 जुलाई को कोल्हे की हत्या का मामला एनआईए को सौंपने का आदेश दिया था।
केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या को लेकर एनआईए ने 2 जुलाई को गैरकानूनी गतिविधियां (निवारक) अधिनियम 1967 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 16, 18 और 20 के तहत मामला फिर से दर्ज किया। एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि महाराष्ट्र के अमरावती के सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन को 21 जून को कोल्हे की निर्मम हत्या की सूचना मिली और 22 जून को मृतक के बेटे संकेत उमेश कोल्हे की शिकायत पर तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अमरावती के घनश्याम नगर इलाके के रहने वाले कोल्हे की रात करीब 10 बजे उस वक्त हत्या की गई थी, जब वे दुकान से अपने घर लौट रहे थे।
जांच मे सामने आए तथ्यों के अनुसार, आईपीसी की धारा 153 (ए), 153 (बी) और 120 (बी) और यूए (पी) अधिनियम की धारा 16, 18 और 20 और राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम 2008 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1 जुलाई को कोल्हे की हत्या का मामला एनआईए को सौंपने का आदेश दिया था।
आठ आरोपी गिरफ्तार
कोल्हे की हत्या के मामले में मुदस्सिर अहमद, शारुख पठान, अब्दुल तौफिक, शोएब खान, आतिब राशिद, यूसुफ खान बहादुर खान और शाहिम अहमद फिरोज अहमद को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी आरोपियों को महाराष्ट्र पुलिस ने दबोचा। एनआईए ने बुधवार को मामले में 13 स्थानों पर तलाशी ली और नफरत फैलाने वाले पैम्फलेट वाले विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।