UP में माँ से लड़कर दिल्ली की GB रोड में पहुंच गई मुंबई की 12वी छात्रा
सिम बेचने वाले शॉपकीपर की सूझबूझ किया दिल्ली पुलिस ने रेस्क्यू
अनुभव गुप्ता, नई दिल्ली।
सेंट्रल दिल्ली के कमला मार्केट थाना की पुलिस टीम में सिम बेचने वाले एक दुकानदार की सूझबूझ से 17 साल की नाबालिक लड़की को गलत हाथों ( कोठे पर जाने ) में पड़ने से बचा लिया और उसे रेस्क्यू करके सखी शेल्टर होम में भेज दिया। वह 12 वी की छात्रा है और मुंबई में पढ़ती है। वहीं भाई के साथ रहती है।
डीसीपी सेंट्रल संजय कुमार सेन के अनुसार दिल्ली पुलिस के आई एन ईयर स्कीम के तहत दुकानदारों को जो चीजें लगातार समझाई जा रही है, उसी का यह नतीजा मिला कि इस नाबालिग लड़की को रेस्क्यू कर लिया गया। जब 26 फरवरी को दोपहर 2:15 बजे के आसपास सिम कार्ड बेचने वाले एक दुकानदार ने कमला मार्केट थाना को सूचना दी की एक लड़की मोबाइल रिचार्ज कराने आई है। मामला कुछ संदेहास्पद लग रहा है क्योंकि वह क्षेत्र जीबी रोड का था।
तुरंत मौके पर एसएचओ कमला मार्केट की देखरेख में हेड कांस्टेबल राजकुमार और कांस्टेबल संदीप पहुंचे। लड़की से पूछताछ की और उसे तुरंत थाने ले आए। उससे जब आगे की बातचीत की जा रही थी, तो इसी दौरान एक पीसीआर कॉल भी पुलिस को मिली। जिसमें कॉलर ने कहा कि मेरी सिस्टर घर से भाग गई है, उसे पकड़ने के लिए मदद की जाए।
पुलिस के अनुसार जिस लड़की को पूछताछ के लिए लाया गया था। उसने बताया कि वह मूलत उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली है। वह मुंबई में 12वीं की क्लास में पढ़ती है। वह वहां से अपने जौनपुर स्थित घर आ गई थी। लेकिन वहां पर मां से किसी बात को लेकर बहस हो गई और मां ने उसे डांट दिया तो वह घर छोड़कर के दिल्ली आ गई, बिना किसी को कोई सूचना दिए हुए।
इसकी गुमशुदगी की शिकायत 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला के चिकारा थाने में एफआइआर भी दर्ज की गई थी। आगे की पूछताछ और छानबीन के बाद पुलिस ने सखी शेल्टर होम में लड़की को रखवा दिया है। आगे इस मामले में जरूरी लीगल कार्रवाई की जा रही है।