
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक जनरल डॉ. टेड्रोस अधनोम घेब्रेसस ने कोविड-19 के नए वेरिएंट को लेकर कहा है, ओमीक्रॉन का वैश्विक प्रसार और बड़ी संख्या में म्यूटेशन इसकी कुछ ऐसी विशेषताएं हैं जिस कारण यह महामारी की स्थिति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि इसे वैश्विक संकट बनने से रोका जा सकता है।
कितना खतरनाक है ऑमिक्रॉन वेरिएंट…
दक्षिण अफ्रीका समेत अन्य देशों में ओमिक्रॉन इंफेक्शन के प्रारंभिक विश्लेषण के आधार पर इसे डेल्टा वैरिएंट से छह गुना ज्यादा ताकतवर यानी ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। डेल्टा वही वैरिएंट है जिसने भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तबाही मचाई थी। यह वैरिएंट इम्यून सिस्टम को भी चकमा दे सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन पिछले वैरिएंट्स से ज्यादा संक्रामक है और वैक्सीनेशन या नेचुरल इंफेक्शन से होने वाले इम्यून रिस्पॉन्स को भी बेअसर कर सकता है।