
न्यूयॉर्क में ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले के बाद एक बार फिर से इस्लामी कट्टरपंथ का डर हर जगह व्याप्त है। 33 साल पहले रुश्दी को उनकी किताब की वजह से जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसके बाद इतने साल तक वह खुद बचाते रहे। हालाँकि, बीते शुक्रवार (12 अगस्त 2022) ऐसा नहीं हो पाया। उनके पीछे पड़े कट्टरपंथ ने उन्हें मंच पर पहुँच चाकू से गोदा।
उन्हीं की तरह जान का खतरा भारत की नुपूर शर्मा को भी है। मोहम्मद जुबैर द्वारा वायरल किए गए एक क्रॉप वीडियो के कारण विश्व भर के कट्टरपंथी नुपूर शर्मा को मारने की साजिशें रचने में जुटे हैं. पिछले कुछ महीनों में नुपूर को लाखों धमकियाँ मिल चुकी हैं। उनके साथ उनकी परिवार पर भी जान का खतरा मंडरा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ..UP ATS ने सहारनपुर से एक आतंकी पकड़ा है, जिसे नूपुर की हत्या का टास्क मिला था। वो जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान के लिए काम करता है। ATS पूछताछ कर रही है।
ATS का कहना है कि सूचना मिली थी कि गांव कुंडाकलां, थाना गंगोह सहारनपुर में एक युवक जेईएम और टीटीपी की विचारधारा से प्रभावित होकर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा है। जिसके बाद युवक को पकड़ा गया। पूछताछ के बाद उसके मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। 8 अगस्त को ATS ने नदीम और उसके भाई तैमूर को पकड़कर ले गई थी। तैमूर भी अभी ATS की गिरफ्त में है।
जांच पड़ताल में पता चला है कि आतंकी की पाकिस्तान में दो बुआ रहती हैं। यह रिश्तेदारी की आड़ में ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान जाना चाहता था। नदीम के पांच भाई और दो बहनें हैं। पढ़ा-लिखा नहीं है। पूरा परिवार किसान है।नदीम मूलरूप से सरसावा के गांव ढिक्का कला का रहने वाला है। उसके पास 50 बीघा कृषि भूमि है।